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CIBIL Kya Hota Hai? सिबिल स्कोर क्या होता है ?

CIBIL Kya Hota Hai? सिबिल स्कोर क्या होता है ?

किसी भी व्यक्ति या संस्था को विभिन्न प्रकार के लोन या अग्रिम राशि मुहैया करवाने से पहले बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) उसका क्रेडिट स्कोर (Credit Score) या सिबिल स्कोर (CIBIL Score) जाँचती हैं। यह क्रेडिट जोखिम को मापने का एक अग्रिम कदम है।

आइये इस आर्टिकल में पढ़ते हैं की सिबिल स्कोर क्या है? (CIBIL Score Kya Hota Hai?) इसकी गणना कैसे होती है? कितना सिबिल स्कोर ठीक माना जाता है आदि।


      CIBIL क्या होता है? What is CIBIL in Hindi ?


सिबिल (CIBIL) की फुल फॉर्म है Credit Information Bureau of India Limited जिसे TransUnion CIBIL Limited के नाम से भी जाना जाता है। यह एक क्रेडिट सुचना कंपनी अथवा क्रेडिट ब्यूरो है। सिबिल की स्थापना वर्ष 2000 में हुई थी, भारत में संचालित 4 क्रेडिट इनफार्मेशन कम्पनियों में से सिबिल एक मुख्य और सबसे पूरानी क्रेडिट ब्यूरो है।

CIBIL Credit Bureau अपने सिस्टम में Borrower ( क्रेडिट उपभोक्ता ) और Lender ( ऋण दाता ) के डेटाबेस को मेन्टेन करता है जिसमे सभी सहभागी बैंक क्रेडिट सर्विस आवेदन (लोन, क्रेडिट कार्ड आदि) और लोन वापसी (Loan Repayment) की सुचना हर माह प्रदान करते हैं। सिबिल व्यक्तियों और संस्थाओं की वित्तीय प्रोफाइल प्रबंधन करता है और उसमे उनसे जुड़े सभी लोन, क्रेडिट कार्ड का ब्यौरा रखता है और भुगतान के रिकॉर्ड के आधार पर एक क्रेडिट स्कोर तय करता है।


  CIBIL स्कोर क्या होता है? What is CIBIL Score in Hindi ?


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सिबिल कम्प्यूटरीकृत गणना द्वारा व्यक्तियों और संस्थानों के वित्तीय लेन देन के ऐतिहासिक रिकॉर्ड के अनुसार और उनकी क़र्ज़ वापसी की क्षमता के हिसाब से एक 3 अंकीय स्कोर तय करता है। यह स्कोर बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान किसी भी प्रकार का क़र्ज़ देने से पहले चेक करते हैं। यदि किसी ऋण ग्राहक का सिबिल स्कोर बैंक की क्रेडिट पालिसी में फिट न बैठता हो तो उसका लोन आवेदन निरस्त हो जाता है।


हमें सदैव इस विष में गंभीर रहना चाहिए की हमारा सिबिल स्कोर सामान्य (700-800) से कम न हो। न केवल लोन बल्कि कई देशों के वीजा के लिए भी आपके सिबिल स्कोर को देखा जाता है। ट्रेवल एजेंट और बिचोलिये आपके सिबिल को जांच कर ही आपका वीसा आवेदन आगे बढ़ाते हैं। इसके अलावा कुछ अच्छे प्राइवेट संस्थानों में नौकरी देने से पहले की जाने वाली वेरिफिकेशन में भी सिबिल स्कोर देखा जाता है।

CIBIL स्कोर कैसे कैलकुलेट होता है ?

CIBIL स्कोर की गणना आपके क्रेडिट व्यव्हार के हिसाब से होती है , मसलन आपने पिछले कुछ समय में कितने बैंकों या NBFC से लोन प्राप्ति के लिए संपर्क किया है? क्या आप अपने चालू लोन या क्रेडिट कार्ड का मासिक भुगतान समय पर कर पा रहे हैं? या फिर आपके वार्षिक आय की एवज में आप कितना पैसा लोन और क्रेडिट कार्ड कंपनी को चूका रहे हैं? इन सब कारको को ध्यान में रख कर ही आपकी उधार लेकर वापस चुकाने की योग्यता (Credit Worthiness) चेक होती है। आपकी आसानी के लिए CIBIL स्कोर को प्रभावित करने वाले मुख्य कारकों को हमने नीचे दी हुई सूची में लिखा है।
लोन/क्रेडिट एप्लीकेशन की संख्या
EMI भुगतान और क्रेडिट कार्ड भुगतान का ट्रैक रिकॉर्ड
चालू ऋण किस प्रकार के हैं? Unsecured & Secured Loan कितने-कितने प्रतिशत हैं?
क्रेडिट यूटिलाइजेशन – अर्थात आमदनी का कितना भाग क़िस्त भुगतान में जा रहा है
कहीं कोई पेमेंट डिफ़ॉल्ट या रिकवरी तो नहीं चल रही है
इन सब के समिल्लित स्कोर को कंप्यूटर अलगोरिथम गणना कर 300 से लेकर 900 के बीच का 3 अंकीय स्कोर प्रदान करती है। यही 3 अंक का स्कोर आप सिबिल/credit स्कोर मन जाता है। जितना अधिक स्कोर होगा उतनी ही आपकी क्रेडिट प्रोफाइल अच्छी मानी जाएगी, और जितना कम स्कोर होगा उतना ही क्रेडिट जोखिम आपकी प्रोफाइल से जुड़ता जायेगा।



Thanks. 

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